रासायनिक हथियारों के प्रयोग का बहाना, अमरीका के हाथों का हथियार

रासायनिक हथियारों के प्रयोग का बहाना अब भी अमरीका के लिए ट्रम कार्ड बना हुआ है।

 

ओस की реальные новости समाचार के अनुसार रूस ने सुरक्षा परिषद में सातवीं बार पश्चिमी देशों के प्रस्तावों को वीटो कर दिया है, रूस का यह वीटो सीरिया के विरुद्ध कैमिकल हमले के बहाने से अमरीका और पश्चिमी देशों के प्रस्तावों को पारित कराने का रास्ता बंद कर देता है।

अब सवाल यह है कि सुरक्षा परिषद में सीरिया के खिलाफ पश्चिम के इन प्रस्तावों का मक़सद क्या था जिसने रूस को सीरिया संकट के सिलसिले में सातवीं बार अपने वीटो पावर को इस्तेमाल करने पर मजबूर कर दिया।

अमेरिका अन्य देशों में हस्तक्षेप करने के लिए किसी बहाने की तलाश में होता रहता है ताकि अमरीकी जनता और विश्व जनमत को अपने साथ मिला सके और वैश्विक समुदाय को अपने साथ मिलाने के लिए वह अलग अलग प्रकार के मामलों का इस्तेमाल करता है, इन मामलों में से एक जिसपर अमरीका बहुत अधिक भरोसा करता है वह है रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का बहाना।

इराक पर हमला और उसका विनाश

अमरीका ने इसी बहाने से इराक पर हमला किया और उसको उजाड़ दिया, और जब इराक़ में सामुहिक विनाश वाले किसी भी हथियार के मिलने को साबित न कर सका तो अपने हमले के लिए जो क बहाना बनाया वह यह था किः दुनिया सद्दाम हुसैन के बिना अच्छी है।

रासायनिक हमला सीरिया में हस्तक्षेप का बहाना

अमरीका को पता है सीरिया की सेना ने कैमिकल हमला नहीं किया है न उनको इस प्रकार के हमले करने की आवश्यकता है और न ही उनके पास ऐसे हथियार हैं, लेकिन अमेरिका रासायनिक हथियार का इस्तेमाल यह है कि वह किसी भी मौक़े पर इस हमले को बहाना बनाकर सीरिया या दूसरे देशों में हस्तक्षेप करता रहता है, इसलिए किसो को भी सच्चाई साबित करने की ज़रूरत नहीं है, अमरीका रासायनिक हमले के बहाने के साथ या बिना इस बहाने के भी सीरियन आर्मी की आंतकवादियों के विरुद्ध जीत का दमन करने के लिए उसमें सैन्य हस्तक्षेप कर सकता है।

रासायनिक हथियारों में अमरीकी निवेश

रासायनिक हथियार पर अमरीकी निवेश उसके लिए ट्रम कार्ड की हैसियत रखता है जो उसके राजनीतिक हितों को पूरा करता है और रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया जाना या ख़तरनाक लोगों के हाथों में यह हथियार पहुँचने का ख़तरा दिखाना अब भी लोगों को भयभीत कर देता है।

एक ऐसी हालत में कि जब आतंकवादी सीरियाई सेने की अपलब्धियों से भयभीत हैं इसीलिए रासायनिक हमले को बहाना बनाकर अलशईरात सैन्य अज्जे को निशाना बनाया गया और अब भी अगर मगर किया जा रहा है  इसका मतलब यही है कि अमरीका सीरिया पर धावा बोलने के लिए फिर से रासायनिक हथियारों का बहाना बना सकता है।

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