तलाक़ पर मुसलमान केवल शरीयत का हुक्म मानेगा, अदालत का नहीः आज़म खान
तीन तलाक मुद्दे को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता ने आजम खान बड़ा बयान देते हुए कहा कि न तलाक को लेकर अगर शरियत लॉ के खिलाफ कोई आदेश आ भी जाता है तो मुस्लिम उसे नहीं मानेगा। उन्होंने कहा कि देश भर में इस मुद्दे को लेकर जो भी बहस चल रही है उन्हें मुद्दे के बारे में ठीक से पता ही नहीं है।
आजम ने मुसलमानों ने ये भी अपील भी कि कि जो लोग शरीयत कानून के खिलाफ जाते हैं उन्हें का सामजिक बहिष्कार भी करना चाहिए। आजम का ये बयान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान के बाद आया हैं जिसमे उन्होंने कहा था कि तीन तलाक के कारन मुस्लिम बहनों के साथ अन्याय हो रहा हैं और केंद्र सरकार इस पर जल्द हल चाहती है।
प्रधानमंत्री ने भुवनेश्वर में कहा कि अगर कोई सामाजिक बुराई है तो समाज को जागना चाहिए और न्याय प्रदान करने की दिशा में प्रयास करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि मुस्लिम महिलाओं को शोषण का सामना नहीं करना चाहिए।
वहीं इस मुद्दे पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने लिया हैं। बोर्ड ने अपनी बैठक में तय किया है कि जो शरीयत के मुताबिक तलाक नहीं देंगे उनका बायकॉट किया जाएगा।
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