अगर अमरीका वापस लौटा को सशस्त्र मुक़ाबला करेंगेः सुन्नी मुफ़्ती
महदी सुमैदई ने बग़दाद में एक समारोह के दौरान सूमरिया न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि अगर अमरीकी, इराक़ लौटना चाहेंगे तो वे उनसे लड़ने के लिए सबसे पहले स्वेच्छा से आगे आएंगे और देश में हर प्रकार के पृथकतवाद को रोकने का हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने इराक़ में दाइश के आतंकियों के प्रवेश का कारण बनने वालों की आलोचना करते हुए कहा कि कुछ पक्षों ने अलअंबार प्रांत के घेराव में पानी की तरह पैसा बहाया और उसका परिणाम, इराक़ में दाइश का प्रवेश था।
इससे पहले इराक़ के विदेश मंत्री इब्राही जाफ़री ने भी लंदन से प्रकाशित होने वाले समाचारपत्र अश्शरक़ुल अवसत से बात करते हुए कहा था कि इराक़ की सरकार अपने देश में अमरीकी सैनिकों की तैनाती और अमरीकी सैन्य छावनियों के निर्माण को स्वीकार नहीं करेगी और वह केवल अमरीका के सैन्य सलाहकारों की उपस्थिति और उनके द्वारा इराक़ी बलों को सैन्य ट्रनिंग दिए जाने पर सहमत है। ज्ञात रहे कि अमरीका ने वर्ष 2011 में इराक़ से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया था लेकिन 2014 में दाइश की ओर से इराक़ के कई क्षेत्रों पर क़ब्ज़ा किए जाने के बाद 5000 अमरीकी सैनिक, सैन्य सलाहकारों के नाम से दोबारा इराक़ पहुंच गए हैं।
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