आयतुल्लाह ख़ामेनेई का जीवन हम सबके लिए आदर्श हैः हसन नसरुल्लाह

लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध संगठन हिज़्बुल्लाह के महासचिव ने कहा है कि ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता की ज़िंदगी, हममें से हर एक के जीवन से अधिक अहम है।

 

सैयद हसन नसरुल्लाह ने बैरूत में आईआरआईबी के संवाददाता से बात करते हुए आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से उनके ख़ास लगाव के बारे में पूछे गए इस सवाल के जवाब में कि यह लगाव राजनैतिक है, आस्था संबंधी है या भावनात्मक है? कहा कि सबसे पहले चरण में यह लगाव धार्मिक व आस्था संबंधी है और स्वाभाविक रूप से भावनात्मक है और फिर राजनैतिक है। उन्होंने कहा कि मुझे इस्लामी क्रांति के नेता से ख़ास लगाव है और मैं ही नहीं बल्कि हिज़्बुल्लाह के अधिकतर लोग उनसे ख़ास श्रद्धा रखते हैं और यह प्रेम व श्रद्धा ईरान के प्रचार के चलते नहीं है बल्कि उनसे हमारे सीधे और परोक्ष संपर्क के कारण है। मैं और हिज़्बुल्लाह के अन्य भाई इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता से सीधे संपर्क में हैं और यह संपर्क उस समय से है जब वे राष्ट्रपति थे। सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि हमने आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई में अपार ईमान, ईश्वरीय भय, शिष्टाचार, नैतिकता और नेतृत्व जैसी विशेषताएं देखीं और उनकी ओर आकृष्ट हो गए। उन्होंने कहा कि हमने उनसे बड़ा ज्ञानी, धर्मगुरू और सशक्त नेतृत्व वाला व्यक्ति नहीं देखा और हमें इस बात में थोड़ा सा भी शक नहीं है कि वे एेसे नेता हैं जिन्हें ईश्वर की मदद प्राप्त है। इसी लिए हम दुआ करते हैं कि ईश्वर हमारी आयु कम कर दे और उनकी ज़िंदगी बढ़ा दे क्योंकि उनका जीवन हम सबके जीवन से अधिक अहम है।

लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध संगठन हिज़्बुल्लाह के महासचिव ने इसी तरह ईरान के एक अन्य वरिष्ठ धर्मगुरू स्वर्गीय आयुल्लाह बहजत से उनकी ख़ास श्रद्धा और लगाव के कारण का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी विनम्रता, सादगी, सच्चाई और ठोस व सटीक अंदाज़ में बात करने ने मुझे प्रभावित किया था और जब आप उनके सामने बैठते थे तो एेसा लगता था कि उनके लिए हर चीज़ स्पष्ट है और वे लोगों और आगामी घटनाओं के बारे में सब कुछ जानते हैं। हसन नसरुल्लाह ने इस प्रश्न के जवाब में कि आपने आयतुल्लाह बहजत को हिज़्बुल्लाह का आध्यात्मिक पिता क्यों घोषित किया था? कहा कि इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह के निधन के बाद हिज़्बुल्लाह के ज़्यादातर अधिकारियों का ध्यान आध्यात्मिक मामलों में आयतुल्लाह बहजत की ओर आकृष्ट हुआ और इस ओर हि़ज्बुल्लाह के अधिकारियों का अधिक ध्यान आकृष्ट होने का कारण, वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई का उनसे निरंतर मिलना जुलना था। जब हमने यह देखा कि हमारे नेता आयतुल्लाह बहजत से इस प्रकार का संपर्क रखते हैं तो स्वाभाविक रूप से हम भी उनकी ओर आकृष्ट हो गए। इसी लिए जब भी हिज़्बुल्लाह का कोई अधिकारी या कमांडर ईरान जाता था तो आयतुल्लाह बहजत से ज़रूर मिलता था और उनके उपदेशों और मार्गदर्शन पर ध्यान देता था। हम उनके मार्गदर्शनों और उपदेशों के पालन को अपने लिए आवश्यक समझते थे।

 

नई टिप्पणी जोड़ें