दो साल में सऊदी अरब के यमन पर ज़ुल्मों का आंकड़ा हुआ जारी

सऊदी आक्रमणकारियों ने पिछले 700 दिनों में यमन पर बीस लाख से अधिक मीज़ाइलों और बमों की वर्षा की है, जिनमें से अधिकतर का निशाना आवासीय स्थल और आम नागरिक थे।

सऊदी आक्रमणकारियों ने पिछले 700 दिनों में यमन पर बीस लाख से अधिक मीज़ाइलों और बमों की वर्षा की है, जिनमें से अधिकतर का निशाना आवासीय स्थल और आम नागरिक थे।

एक महीने से भी कम समय के बाद सऊदी अरब के पिट्ठुओं की अरब के सबसे ग़रीब देश यमन पर हमले के दो साल होने को हें, एक ऐसा युद्ध जिसके बारे में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों और पर्यवेक्षकों ने ख़ुद माना है कि इसका नतीजा केवल बरबादी और यमनी जनसंहार ही रहा है।

रिपोर्ट और यमन के अंदर और बाहर से जारी आँकड़ें बताता हैं कि इन हमलों में 485731 मस्जिदें, यूनिवर्सिटियां, शिक्षण संस्थान, अस्पताल, क्लीनिक, बिजलीघर, नेटवर्क स्टेशन, बाज़ार, घर, पुल, खेत, पोल्ट्री, पशुपालन केन्द्र, कारखाने, सार्वजनिक परिवहन, पानी की टंकियांस पर्यटन सुविधाएं, उद्योग, बंदरगाह पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं और जिनके दोबारा निर्माण की आवश्यकता है।

इसके अतिरिक्त सऊदी युद्धक विमानों ने 5 लाख के क़रीब घरों को पूर्ण या आंशिक रूप से नुक़सान पहुँचाया है।

विश्वसनीय आँकड़ों के अनुसार सऊदी अरब के युद्धक विमानों और युद्धपोतों के हमलों में 34863 लोग मारे गए और घायल हुए हैं जिनमें से 10000 बच्चे और महिलाएं और 25000 युवा थे।

सऊदी आक्रमणकारियों ने, आक्रमण के आरम्भिक दिनों से अब तक 2524380 से से अधिक ज़मीन से हवा में मार करने वाली मीज़ाइलें, क्लस्टर, फास्फोरस, थर्मल बमों का प्रयोग किया है जो सब के सब आवासीय स्थलों और इंसानों पर गिराए गए हैं।

प्रकाशित आँकड़ों के अनुसार सऊदी आक्रमणकारियों ने यमन पर एक लाख पाँच हज़ार हवाई हमले किए हैं जिसका अर्थ यह है कि हर दिन यमन पर 150 हवाई हमले किए गए हैं, और अमरीका और ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार यमन पर एक लाख सत्तर हज़ार हवाई हमले किए गए हैं, यानी हर दिन लगभग 240 हमले।

यमन ने पिछले 700 दिनों के अन्यायपूर्ण युद्ध में अपने इतिहास की सबसे बड़ी नाकेबंदी झेल रहा है, और वहां के नागरिक धरती, हवा और समुद्र से जारी नाकेबंदी के कारण विपत्तिपूर्ण हलात का सामना कर रहे हैं, यमन में आम लोगों की हालत को आँकड़े कुछ यूं बयान करते हैं:

दो करोड़ लोगों को तुरंत मानवीय सहायता की ज़रूरत है।

यमन के बीस लाख बच्चे शिक्षा से वंचित हो गए हैं।

यमन के एक करोड़ बच्चों को स्वास्थ्य देखभाल की जरूरत है।

यमन में हर दिन आठ हज़ार बच्चे दवा न होने और बीमारी फैलने के कारण मर रहे हैं।

यमन के तीस लाख नागरिक बेघर हो चुके हैं।

एक करोड़ बचास लाख लोग भुखमरी के शिकार है।

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