तेहरान के 17 मंज़िला टावर में लगी आग और उसके गिरने का रहस्य खुल गया + तस्वीरें
तेहरान में एक 17 मंज़िला शापिंग काम्पलेक्स में गुरुवार को सुबह 8 बडे आग लगी जिसके बाद चारों तरफ गहरा धुवां फैल गया और साढ़े ग्यारह बजे यह भरभरा कर ढह गया।
तेहरान के आपातकालीन केंद्र के जमसंपर्क प्रमुख ने आग लगने के कुछ देर के बाद एलान किया कि आग अभी पूरी तरह से बुझाई नहीं जा सकी है, लेकिन अभी तक किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
इसी के साथ ही तेहरान के उप राज्यपाल ने बताया है किः पलास्को इमारत के गिरने से पहले ही उसके पास में मौजूद, जर्मनी, ब्रिटेन और तुर्की के दूतावासों को ख़ाली किए जाने का आदेश दिया जा चुका था।
आग क्यों लगी?
आग लगने के बारे में सोशल मीडिया पर यह अफवाह उड़ाई जा रही थी कि यह एक प्रकार की सुरक्षात्मक चूक है जिसके कारण आग लगी है जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए तेहरान के उप राज्यपाल ने कहाः आग लगने को सुरक्षात्मक चूक बताना गलत है, यह आग शार्ट सर्किट के कारण लगी है।
इस घटना में 100 के क़रीब लोगों के घायल और 20 से अधिक लोगों के मारे जाने की सूचना अब तक प्राप्त हुई है।
खेदजनक बात यह है कि जिस समय यह इमारत गिरी उस समय फ़ायर ब्रिगेड के कुछ सदस्य बिलडिंग में मौजूद थे जो इमारत गिरने के साथ ही उसमें फंस गए हैं जिसने बयाने के लिए पास में ही मौजूद कुवैती काम्प्लेक्स के प्लास्को के तहख़ाने तक सुरंग खोदी गई है जिससे घायलों को निकाला जा सके इसी प्रकार घायलों तक शीघ्र सहायता पहुँचाने के लिए पास में ही मौजूद एक दूसरी इमारत को भी गिरा दिया गया है।
दुआओं का दौर
इस इमारत के गिरने और कुछ लोगों के इमारत में फंसे होने की सूचना मिलते ही तेहरान के मुसलमानों ने फंसे हुए लोगों के साथ सहानुभूति प्रकट करने के लिए दुआ ए तवस्सुल का आयोजन किया जिसमें भारी मात्रा में लोग शरीक हुए और उन्होंने फंसे हुए लोगों के सही सलामत होने की प्रार्थना की।
कितना नुकसान हुआ?
तेहरान के उप राज्यपाल ने इमारत में आग लगने और उससे हुए नुक़सान के बारे में बताते हुए कहाः यह इमारत एक शापिंग काम्प्लेक्स था जिसमें 500 दुकाने थीं जो पूरी तरह से बरबाद हो चुकी है, अभी तक हुए आंकलन के अनुसार लगभग 600 मिलयन तूमान का नुक़सान हुआ है।
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