बहरैन में प्रसिद्ध शिया धर्मगुरु को अदालत ने सुनाई 9 साल की सज़ा
बहरैन की एक अदालत ने प्रसिद्ध शिया धर्मगुरू और अलवेफ़ाक़ पार्टी के प्रमुख शेख़ अली सलमान को नौ साल की सज़ा सुनाई है।
लेबनान की अन्नशरा वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, बहरैन की एक अदालत ने सोमवार को प्रसिद्ध शिया धर्मगुरू और अलवेफ़ाक़ पार्टी के महासचिव शेख़ अली सलमान के विरुद्ध निराधार आरोपों की पुष्टि करते हुए उन्हें नौ साल जेल की सज़ा सुनाई है। बहरैन के सैकड़ों लोगों ने रविवार की रात दराज़ क्षेत्र में शेख़ सलमान के समर्थन में प्रदर्शन किए थे। शेख़ अली सलमान को 2014 में भाषणों के दौरान देश में राजनैतिक सुधार की मांग करने के बाद गिरफ़्तार कर लिया था। बहरैनी शासन ने जून 2015 में शेख़ अली सलमान पर गृहमंत्रालय के अपमान, देश की व्यवस्था में बदलाव की मांग और संविधान के उल्लंघन के लिए लोगों को उकसाने का आरोप लगाया जिसके बाद उन्हें चार साल की सज़ा सुनाई गयी।
बहरैन की अदालत ने 14 जून 2016 को वेफ़ाक़ पार्टी की गतिविधियों पर रोक लगा दी थी और उसके बाद बहरैन के सर्वोच्च न्यायालय ने 17 जुलाई को आले ख़लीफ़ा शासन के सबसे बड़े विरोधी दल को भंग करने और उसकी संपत्तियों को ज़ब्त करने का आदेश जारी किया था। 2011 के बाद से बहरैन की जनता देश में राजनैतिक सुधार और राजनैतिक बंदियों की रिहाई के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही है।
ज्ञात रहे कि बहरैन की आले ख़लीफ़ा सरकार सऊदी अरब की आले सऊद सरकार की वहाबी विचारधारा से प्रेरित हैं और वह देश में सुधार के लिए उठने वाली मांगो को अपनी दमनकारी नीतियों से कुचलने का प्रयास कर रही है और इस समय सऊदी अरब के भी बहुत से सैनिक बहरैन में मौजूद हैं जो वहां की बेगुनाह जनता पर अत्याचार कर रहे हैं।
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