म्यंमार, मुसलमानों पर टूट रहा है सैनिकों का कहर, अब तक हज़ारों पलायन को मजबूर

संयुक्त राष्ट्रसंध ने घोषणा की है कि म्यंमार के राख़ीन प्रांत में मुसलमानों के मानवाधिकारों की स्थिति दिन-प्रतिदिन बहुत तेज़ी से बिगड़ती जा रही है।

संयुक्त राष्ट्रसंध ने घोषणा की है कि म्यंमार के राख़ीन प्रांत में मुसलमानों के मानवाधिकारों की स्थिति दिन-प्रतिदिन बहुत तेज़ी से बिगड़ती जा रही है।

फ़ार्स न्यूज़ के अनुसार संयुक्त राष्ट्रसंघ के वरिष्ठ अधिकारी एेडम डीइंग ने बुधवार को एक बयान जारी करके घोषणा की है कि राख़ीन प्रांत में मुसलमानों के अधिकारों का खुलकर हनन किया जा रहा है।  उन्होंने संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा राख़ीन के मुसलमानों की स्थिति की समीक्षा की मांग की है।

राष्ट्रसंघ के इस बयान में कहा गया है कि अक्तूबर 2016 में सुरक्षाबलों पर हमले के बहाने म्यंमार के सैनिक, रोहिंग्या मुसलमानों पर आक्रमण कर रहे हैं।  इन आक्रमणों के दौरान मुसलमानों को यातनाएं भी दी जाती हैं तथा उनके घरबार को लूटा जा रहा है।

एडम डीइंग ने मांग की है कि इन घटनाओं की तत्काल जांच की जाए क्योंकि इनके सही होने की स्थिति में हज़ारों लोगों की जान ख़तरे में है।

ज्ञात रहे कि म्यांमार सरकार ने राख़ीन जाकर घटना की समीक्षा करने पर रोक लगा दी है

 

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