राष्ट्रपति कोई भी बने हिज़्बुल्लाह के लिए अमरीका की नीतियां नहीं बदलने वाली

लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह के उप महासचिव ने कहा है कि अमरीका के नये राष्ट्रपति के चयन से हिज़्बुल्लाह के बारे में इस देश की नीति में कोई परिवर्तन नहीं आएगा।

लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह के उप महासचिव ने कहा है कि अमरीका के नये राष्ट्रपति के चयन से हिज़्बुल्लाह के बारे में इस देश की नीति में कोई परिवर्तन नहीं आएगा।

अलअहद वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, हिज़्बुल्लाह के उप महासचिव शैख़ नईम क़ासिम ने कहा कि हिज़्बुल्लाह के लिए कोई महत्व नहीं है कि अमरीकी चुनाव में कौन प्रत्याशी जीता है। उनका कहना था कि हिज़्बुल्लाह के बारे में अमरीकी नीति अटल है, यहां तक कि शैलियां परिवर्तित भी हो जाएं तब भी लक्ष्य एक ही है और वह परिवर्तित नहीं होगा और अमरीका द्वारा प्रतिरोध के केन्द्र से मुक़ाबले और ज़ायोनी शासन के समर्थन का क्रम जारी रहेगा।

हिज़्बुल्लाह के उप महासचिव ने कहा कि अमरीका की नई सरकार सीरिया में अपने समीकरणों की पुनर्समीक्षा करेगी और निर्धारित करेगी कि सीरिया युद्ध को कब तक जारी रहना चाहिए और यही कारण है कि हम एक युद्ध के लिए जो संभव है बहुत लंबा हो, तैयार हैं।

शैख़ नईम क़ासिम ने बल दिया कि भारी ख़र्चों के बावजूद, सीरिया में हमारा युद्ध जारी रहेगा क्योंकि हमारा लक्ष्य तकफ़ीरी योजना को विफल बनाना है और हमारी विजय का चिन्ह दिखने लगा है। उनका कहना था कि यह युद्ध केवल सीरिया युद्ध नहीं है बल्कि लेबनान, फ़िलिस्तीन और क्षेत्र का युद्ध, संप्रभुता, स्वाधीनता और अखंडता का युद्ध है जिसका एक अच्छा और अंतिम परिणाम सामने आया है।

हिज़्बुल्लाह के उप महासचिव ने सीरिया में आतंकवादियों से मुक़ाबले में प्रतिरोध की सुदृढ स्थिति की ओर संकेत करते हुए कहा कि प्रतिरोध, पश्चिम और तकफ़ीरियों को सीरिया का विभाजन करने की अनुमति नहीं देगा।

 

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