मूसिल में आतंकवादियों को बचाने के लिए अमरीका और सऊदी अरब ने मिलाया हाथ

रूस के एक सरकारी अधिकारी ने बताया है कि अमरीका और सऊदी अरब ने हाथ मिलाया है ताकि इराक़ के मूसिल में इराक़ी सेना की कार्यवाही आरम्भ होने से पहले ही वहां मौजूद आतंकवादियों को पूर्ण सुरक्षा के साथ सीरिया पहुँचाया जाए।

रूस के एक सरकारी अधिकारी ने बताया है कि अमरीका और सऊदी अरब ने हाथ मिलाया है ताकि इराक़ के मूसिल में इराक़ी सेना की कार्यवाही आरम्भ होने से पहले ही वहां मौजूद आतंकवादियों को पूर्ण सुरक्षा के साथ सीरिया पहुँचाया जाए।

टीवी शिया, इस राजनयिक सैन्य स्रोत ने रूस के न्यूज़ चैनल से बात करते हुए कहाः इराक़ी सरकार की तरफ़ से मूसिल की आज़ादी के लिये तैयारियां पूरी कर लिए जाने के साथ ही अमरीका और सऊदी अरब ने आपस में हाथ मिलाया है ताकि मूसिल की आज़ादी का अभियान शुरू होने से पहले ही वहां मौजूद आतकंवादियों के उनके परिवार के साथ सुरक्षित निकाल लिया जाए, इस मसझौते के अमुसार अभियान शुरू होने के साथ ही अमरीकी गठबंधन के विमान मूसिल में केवल उन इमारतों को निशाना बनाएंगे जो आतंकवादियों की सहमति के साथ पहले से ही खाली हो चुकी होंगी।

उन्होंने कहाः अमरीका और सऊदी अरब का यह समझौता आतंकवादियों को इराक़ से निकाल कर सीरिया पहुँचाने का है, इस समय इराक़ के मूसिल में 6000 से अधिक आतंकवादी मौजूद हैं जिनको वहां से निकालने के बाद सीरिया पहुँचाया जाएगा ताकि वह सीरिया के दो शहरों दैर अलज़ूर और दतमुर पर कबज़ा करने के अभियान में शामिल हो सकें।

उन्होंने कहाः इसी प्रकार का कार्य सऊदी अरब और अमरीका की तरफ़ से उस समय किया गया था कि जब इराक़ के फ़ज्ज़ूजा शहर को इराक़ सेना ने आज़ाद कराया था।

उन्होंने कहाः अमरीका और सऊदी अरब की तरफ़ से इस कार्य के लिए हाथ मिलाए जाने का कारण यह है कि वह सीरिया में आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई रही रूस की सेना का मनोबल गिरा सकें और राजनीतिक स्तर पर मज़बूत होती बशार असद की स्थिति को कमज़ोर कर सकें।

 

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