पैग़म्बरे इस्लाम की चेतावनी!!!
पैग़म्बरे इस्लाम की चेतावनी
«سَیَأْتِی عَلَی النَّاسِ زَمَانٌ تَخْبُثُ فِیهِ سَرَائِرُهُمْ وَ تَحْسُنُ فِیهِ عَلَانِیَتُهُمْ طَمَعاً فِی الدُّنْیَا لَا یُرِیدُونَ بِهِ مَا عِنْدَ رَبِّهِمْ یَکُونُ دِینُهُمْ رِیَاءً لَا یُخَالِطُهُمْ خَوْفٌ یَعُمُّهُمُ اللَّهُ به عقابٍ فَیَدْعُونَهُ دُعَاءَ الْغَرِیقِ فَلَا یَسْتَجِیبُ لَهُمْ.»
रसूले इस्लाम (स) ने इस्लामी उम्मत के भविष्य के बारे में चेतावनी दी और फ़रमायाः
बहुत जल्द ही लोगों पर एक ऐसा युग आएगा जब लोगों की आत्मा और उनका चरित्र और उनका बातिन बहुत ही बुरा और गंदा हो जाएगा, लेकिन दुनिया की लालच में वह अपना ज़ाहिर एवं प्रत्यक्ष सुन्दर रखेंगे और इस प्रकार वह ईश्वर से क़ुरबत प्राप्त करना चाहेंगे और जो कुछ ख़ुदा के पास है जन्नत और महान इन्आमों में से उसको प्राप्त करना चाहेंगे, उनका धर्म और दीन केवल दिखावे के लिए है, और वह ईश्वर के आदेशों की अवहेलना से नहीं डरते हैं, ईश्वर इन बुरे कार्यों और पापों के कारण सब पर अज़ाब भेजेगा, तब वह जितना भी चाहें ख़ुदा की बारगाह में दुआ, प्रार्थना, फ़रयाद और रो गिड़गिड़ा लें लेकिन उसका कोई प्रभाव नहीं होगा और उनकी दुआ स्वीकार नहीं होगी।
बिहारुल अनवार जिल्द 18 पेज 146, काफ़ी जिल्द 2, पेज 296
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