तकफ़ीरी आतंकी बशार असद के बाद के समय के लिए एकजुट हुए

एक लेबनानी समाचार पत्र ने आतंकवादी संगठन जिबहतुन नसरा, दाइश और जैशुल इस्लाम के बीच सीरिया में बशार असद के बाद के समय के लिए त्रिपक्षीय समझौते की रिपोर्ट दी है।


मशरिक़ ने महेर के हवाले से रिपोर्ट दी है कि "जिबहतुन नसरा" के एक अग्रिम लीडर ने लेबनानी समाचार पत्र "अलअख़बार" से बातचीत करते हुए आतंकवादी संगठन अलनसरा, दाइश और जैशुल इस्लाम के बीच बशार असद के बाद के समय के लिए "त्रिपक्षीय समझौते" की सूचना दी है।

उसने दाइश और अलनसरा के बीच जारी मतभेदों से इन्कार करते हुए कहाः इन दोनों गुटों के बीच मतभेद बहुत ही छोटी बातों पर हैं और यह चर्चा किए जाने के लाएक़ भी नहीं हैं।

अलनसरा के क़रीबी सूत्रों ने इस बात की तरफ़ इशारा करते हुए कि दाइश अलनसरा के मुक़ाबले में अधिक कट्टपंथी संगठन हैं, कहा हैः दाइश और अलनसरा दूसरे हथियारबंद गुटों जैसे कतीबतुल ख़ज़रा और अहरारुल शाम के साथ अलक़लमून और अलग़ोता में सीरियाई सेना के विरुद्ध लड़ रहे हैं और जैशुल इस्लाम का इसमें समिलित नहीं है।

इन सूत्रों के अनुसार "ज़हरान अलूश" के नेत्रत्व वाला आतंकी संगठन "जैशुल इस्लाम" सऊदी अरब से ख़ुफ़िया विभाग के प्रमुख "बंदर बिन सुल्तान" से सीधे आदेश लेता है और बिना सऊदियों के अदेश के वह कोई कार्यवाही नहीं करते हैं।

अलनसरा के क़रीबी सूत्रो ने जिबहतुन नसरा, दाइश और जैशुल इस्लाम के लीडरों की होने वाली मुलाक़ात की तरफ़ इशारा करते हुए एलान किया हैः इन बैठकों में थोड़ मतभेदों के बावजूद तै पाया है कि इस सरकार के गिरने के बाद क़ुरआन और नबी (स) की सुन्नत के आधार पर इस्लामी सत्ता स्थापित की जाएगी।

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