बहरैनी सरकार मस्जिदों को पार्कों में बदलने की कोशिश कर रही है!

बहरैन में एक राजनीतिक कार्यकर्ता ने कहा है कि बहरैन की तानाशाही सरकार इस देश की मस्जिदों को पार्कों, रेस्तरां और चाय की दुकानों में परिवर्तित करने की चेष्टा में है।


टीवी शिया आई. आर. आई. बी. से प्राप्त समाचार के अनुसार अली हसन मशीमअ ने कहा कि बहरैनी सुरक्षा बल लोगों की हत्या, दमन और नरसंहार में जायोनी शासन के अनुभवों का प्रयोग कर रहे हैं और यही कारण है कि बहरैनी और जायोनी शासन के अपराधों में बहुत अधिक समानता है।

बहरैन के पर्यावरण मंत्रालय ने “अबुज़र गफ्फारी मस्जिद” मस्जिद के स्थान पर पार्क बनाने की कार्यवाहियों के आरंभ हो जाने की सूचना दी। इस मस्जिद को बहरैनी सुरक्षा बलों ने दो वर्ष पूर्व आपात काल के दौरान शहीद कर दिया था।

इसी मध्य बहरैन के सबसे बड़े विपक्ष “अलवेफाक़” ने इस देश की तानाशाही सरकार को “अबुज़र ग़फ्फारी मस्जिद” को पार्क में परिवर्तित करने के निर्णय को स्वतंत्रता के साथ खुले युद्ध का नाम दिया है। अब बहरैन की तानाशाही सरकार लोगों को इस शहीद की गयी मस्जिद के खंडहर के पास भी नमाज़ पढ़ने की अनुमति नहीं दे रही है।

नई टिप्पणी जोड़ें