सीरिया में अब तक 11 हज़ार बच्चे मारे गए

सीरिया में तीन वर्षों के गृहयुद्ध में 11 हजार से अधिक बच्चे मारे गए हैं जिनमें से सैकड़ों को  रायफलों या स्नाइपर गनों से मारा गया है।


टीवी शिया आइ आर आई बी से प्राप्त समाचार के अनुसार ऑक्सफोर्ड के एक ब्रिटिश थिंक टैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चों की न केवल हत्या की गई बल्कि उन्हें प्रताड़ित भी किया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि कई बच्चे निकट में हुए बम विस्फोटों और गोलीबारी आदि से भी मरे हैं।

मारे जाने वाले बच्चों में दो वर्षीय बच्चे भी शामिल हैं। लंदन स्थित ऑक्सफोर्ड रिसर्च समूह की रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर बच्चों की मृत्यु बम या गोलाबारी में हुई हैं।

रिपोर्ट के अनुसार सीरिया में 2011 से लेकर अक्तूबर 2013 तक 11 हजार 420 बच्चे मारे गए हैं।  मरने वाले सभी बच्चों की उम्र 17 वर्ष या उससे कम है 100 बच्चे हिंसा से मारे गए हैं . एक या दो साल की उम्र के बच्चों में अधिकांश लड़कें हैं।  कई बच्चे टारगेट किलिंग का भी निशाना भी बने हैं।

बच्चों की सबसे अधिक  मौतें हलब में हुई हैं जहां अब भी लड़ाई जारी है। रिपोर्ट के अनुसार हलब में 2,223 बच्चों की  हत्या हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आंकड़े अंतिम नहीं हैं क्योंकि कई क्षेत्रों तक जांच समिति पहुंच नहीं सकी।

स्टोलेन फ्यूचर नामी इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कम से कम 389 बच्चे स्नाइपर गन का शिकार हुए जिससे सिद्ध होता है कि उन्हें जानबूझ कर निशाना बांध कर मारा गया था। कुछ पश्चिमी देश और सऊदी अरब, क़तर और तुर्की सहित उनके स्थानीय घटक अपने विशेष लक्ष्यों की पूर्ति के लिए सीरिया में सक्रिय आंतकवादियों की भरपूर सहायता कर रहे हैं।

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