वहाबियों द्वारा शिया हाजियों पर हमला और उनके साथ मार पीट
कुछ वहाबी गुंडों ने अमरीकी शियों पर हमला किया और उनमें से तीन को अलग शिविर में ले जाकर उनके साथ मार पीट की, फिर इन वहाबियों ने एक अमरीकी शिया को औरतों के शिविर में ले जाकर मारा पीटा और गला दबाकर उसको मारने की कोशिश की, फिर इन वहाबियों ने हज का अपमान करते हुए आस पास के शिविरों की तरफ़ गए और वहां हाजियों को डराया धमकाया और वह नारे लगा रहे थे किः हम शियों को मार देंगे और उनकी औरतों से बलात्कार करेंगे।
टीवी शिया अबना से प्राप्त समाचार के अनुसार कुछ अमरीकी मूल के हाजी जो हज के लिए मक्के गए थे उनका कुछ वहाबियों ने अपमान किया और उनके साथ मार पीट की।
Metro Detroit के रहने वाली यह अमरीकी शिया जो कि अपनी इबादत में व्यस्त थे उनके साथ 16 अक्टूबर को यह दुखद घटना हुई।
अमरीकी मूल के लोगों से सम्बंधित न्यूज़ साइट अलवतन को अनुसार मिना क्षेत्र के का एक अधिकारी जो कि चम्दीद गवाह है ने नाम न बताए जाने की शर्त पर इस घटना का इस प्रकार उल्लेख कियाः
लेबनानी हाजियों का एक गुट शिविर संख्या 40 में (जो अमरीकी, यूरोपियन और आस्ट्रेलियाई हाजियों के लिए थी) प्रवेश किया। इस वहाबी गुट ने शिविर में मौजूद लोगों से पूछा कि तुम किस धर्म के हो? उनमें से एक ने कहाः शिया। उनमें से एक वहाबी ने उनको देखकर चिल्लाते हुए कहा शिया काफ़िर शिया काफ़िर और उन पर हमला कर दिया।
उसके हमला करने के बाद सारे वहाबी अमरीकी शियों पर टूट पड़े फिर तीन शियों को अलग शिविर में ले गए और उनके साथ मार पीट की।
फिर वह वहाबी एक अमरीकी शिया को औरतों के शिविर में लए और उसके साथ मार पीट की और गला दबाकर उसको मारने की कोशिश की, उसी समय कुछ जवान वहां आए और उन्हों ने उस बेचारे व्यक्ति को इन जानवरों के हाथों से बचाया।
फिर इन वहाबियों ने हज का अपमान करते हुए आस पास के शिविरों की तरफ़ गए और वहां हाजियों को डराया धमकाया और वह नारे लगा रहे थे किः हम शियों को मार देंगे और उनकी औरतों से बलात्का करेंगे।
जिस समय यह घटना हुई वहां पर पुलिस मौजूद थी लेकिन वह केवल मूक दर्शक बनी रही।
इस अधिकारी ने बताया किः इस घटना के बाद शिया हाजी आपातकालीन निकास से अपने शिवरों से बाहर निकले और मक्के में अपने होटलों में चले गए, मैं ख़ुद जो कि एक अधिकारी हूँ इस घटना से बहुत डर गया था जब कोई आपको मारने की धमकी दे और खुलेआम तुम्हारी औरतों का बलात्कार करने की बात कहे तो उसको अनदेखा नही किया जा सकता है।
इस अधिकारी ने कहाः कि जब शिया हाजी अपने शिविरों से बाहर निकले तो वहां पुलिस आ गई और उन्होंने उनको विश्वास दिलाया कि आरोपियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही की जाएगी, लेकिन पुलिस ने कार्यवाही करने के बाजाए जिन लोगों ने इस घटना को अपने मोबाइलों से रिकार्ड किया था उसको डिलिट करवा दिया।
इस अधिकारी ने आगे कहा किः कुछ घंटों के बाद शिया हाजी बिना किसी पुलिस प्रोटेक्शन के रमी जमरा करने के लिए मिना में आए जब्कि उनके चेहरों पर डर दिखाई दे रहा था और ऐसा लग रहा था कि वह अब भी अपनी जान के लिए डर रहे हैं।
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