मलेशिया में शिया विरोधी पुस्तक "शियों की वास्तविक्ता" का अनावरण

मलेशिया के राष्ट्रपति विभाग के इस्लामी मामलों के मंत्री "जमील ख़ैर" ने शिया विरोधी पुस्तक "शियों की वासतविक्ता" के अनावरण के बाद, इस देश में शियों की धार्मिक गतिविधियों को स्वीकार करते हुए कहाः शिया सम्प्रदाय का प्रचार ग़ैर इस्लामी धर्मों (!) को देखरेख में होना चाहिए। और सबसे पहले तो यह आवश्यक है कि इसकी स्वीकृति दी जाए।


टीवी शिया अबना से प्राप्त समाचार के अनुसार मलेशिया के जवानों और शोधकर्ताओं के बीच शिया धर्म की शिक्षाओं के फैलने ने इस देश के अधिकारियों को डरा दिया है यहा तक कि मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री "महातीर मोहम्मद" जैसा व्यक्ति जिसको नए मलेशिया का संस्थापक भी कहा जाता है ने भी अपने बयान में शिया धर्म के फैलने पर चिंता व्यक्त की है और शिया धर्म को फैलने से रोकने की मांग की है।

शिया विरोधी गतिविधियों में मलेशिया में इस्लामी प्रचार विभाग ने धार्मिक मामलों की देखरेख के अधिकारी के साथ बैठक की है ताकि शिया अक़ीदों को रोकने के लिए कोई मुनासिब रास्ता चुना जा सके।

मलेशिया से अबना की रिपोर्ट के अनुसार इस बैठक में "दाटोक वान ज़हीदी वान" की लिखी शिया विरोधी पुस्तक "शियों की वास्तविक्ता" का अनावरण किया गया।

इस किताब में (जिसके पहले पन्ने पर क़मा के मातम की फ़ोटो है) इस्लामी इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश किए जाने के साथ साथ शियों पर बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं।

मलेशिया के राष्ट्रपति विभाग के इस्लामी मामलों के मंत्री "जमील ख़ैर" ने शिया विरोधी पुस्तक "शियों की वासतविक्ता" के अनावरण के बाद, इस देश में शियों की धार्मिक गतिविधियों को स्वीकार करते हुए कहाः शिया सम्प्रदाय का प्रचार ग़ैर इस्लामी धर्मों (!) को देखरेख में होना चाहिए। और सबसे पहले तो यह आवश्यक है कि इसकी स्वीकृति दी जाए।

उन्होंने कहाः इस समय सिविल क़ानून के तहत नज़र रखी जा रही है लेकिन हम राज्यों के अधिकारियों से और अधिक सहयोग की अपेक्षा रखते हैं।

जमील ख़ैर ने कहाः हम ने राज्यों के अधिकारियों को मुसलमानों के धर्म को बदलने के लिए शियों द्वारा की जा रही कोशिशों के प्रति सचेत कर रहे है।

स्पष्ट कर दिया जाए कि इस पुस्तक की एक हज़ार कॉपियों को मलेशियाई मुफ्ती के फेडरल ब्यूरो की तरफ़ से मस्जिदों में बांटा गया है ताकि यह आम लोगों तक पहुँच सके।

अब शिया आलिमों का फ़र्ज़ बनता है कि जितनी जल्दी संभव हो वह इस गुमराह करने वाली किताब का जवाब लिखें और उसको प्रकाशित करें।

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