200 सीरियाई सैनिकों का तुर्की से प्राप्त रासायनिक हथियारों से नरसंहार
टीवी शिया अबना के हवाले से. आज जब्कि हर तरफ़ सीरिया में रासायनिक हथियारों के प्रयोग के बारे में बातें हो रही हैं, और पश्चिमी देश विशेषकर अमरीका और उसके सहयोगी देश और आतंकवादी गुट सीरियाई सरकार को दोषी बता रहे हैं, एक तुर्की के समाचार पत्र ने इस मामले से पर्दा उठाया है।
इस समाचार पत्र ने कुछ दिन पहले अपने पहले पन्ने पर एक ख़बर दी जिसमें कहा गया है कि कुछ सीरियाई और तुर्की नागरियों को एक रसायनिक खेप जिसको रासायनिक हधियार बनाने में प्रयोग किया जाता है सीरिया की सरहद पर तुर्की की तरफ़ से दी गई है, और यह खेप अलक़ायदा से सम्बन्धित आतंकी संगठन जिबहतुन नसरा और दूसरे सरकार विरोधियों के हाथ में दी गई है।
"फ़ुरात आलकाज" नामी इस समाचार पत्र ने लिखा है किः पिछले महीने जिन ग्यारह लोगों को तुर्की की सरहद में ज़हरीली गैस ले जाने के जुर्म में गिरफ़्तार किया गया था, उनमें से केवल एक को ही जेल भेजा गया है, उसका नाम "हसीम क़साब" है और यह सीरियाई नागरिक है, लेकिन बाक़ी सभी को रिहा कर दिया गया है।
इस समाचार पत्र ने लिखाः उसके बास दो किलो सरीन गैस बरामद हुआ थी, लेकिन बाद में आनकारा के अधिकारियों ने कहा कि यह सरीन गैस नहीं थी बल्कि बर्फ़ ना लगने देने वाली गैस थी, और बाद में तुर्की की हुकूमत ने सभी को आज़ाद कर दिया।
आलकाज ने लिखाः सीरियाई आतंकियों ने तुर्की से आज़ाद होने के बाद और तुर्की से रसायनिक खेप प्राप्त करने के बाद रासायनिक हथियार बनाया और उसको सेना के विरुद्ध प्रयोग किया है जिसमें 200 सेना के जवान मारे गए हैं।
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