मलेशिया के राजा ने शिया आइडियालॉजी को फैलाने वालों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही का आदेश दिया
मलेशिया के सुल्तान अब्दुल हलीम मोअज़्ज़म शाह ने मलेशिया में विशेषकर कदाह राज्य में शिया सोंच और आइडियालॉजी के फैलने पर चिन्ता व्यक्ति करते शिया आइडियालॉजी को फैलानों वालों शिया शिक्षा देने वालों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिये जाने का आदेश दिया है।
टीवी शिया अबना से प्राप्त समाचार के अनुसार मलेशिया में शिया विरोधी गतिविधियां जो कि कुछ समय से तेज़ हो गई हैं, मलेशिया के एक और राज्य में भी पहुँच गई है।
कहाद राज्य के राजा सुल्तान अब्दुल हलीम मोअज़्ज़म शाह जो कि इस समय पूरे मलेशिया के भी राजा हैं ने कदाह राज्य के मुफ़ती मोहम्मद बदरुद्दीन अहमद से मुलाक़ात में मलेशिया विशेषकर कदाह राज्य में शिया आइडियालॉजी के फैलने पर चिन्ता व्यक्त करते हुए तमाम सम्बन्धित संस्थानों से कहा है कि मलेशिया में शिया सोंच के फैलने के बारे में छानबीन करें।
इसी प्रकार इस राजा ने कहा है कि जो लोग शिया अक़ाएद और आइडिलॉजी को फैला रहें हैं या उनकी शिक्षा दे रहें हैं उसको सख़्त से सख़्त सज़ा दी जाए।
कदाह राज्य के मुफ़्ती ने इस मुलाक़ात में कहाः जवान लोग बहुत तेज़ी से शिया सोंच को अपना रहे हैं क्योंकि उनको पैसों और विदेश यात्रा का लालच दिया जा रहा है।
इसीलिए अहलेबैत के मानने वाले चार लोगों को शिया पुस्तकों के अपने पास रखने के कारण अदालत तक जाना पड़ा है!
इन चार शिया नागरिकों पर जिनके नाम अब्दुल मुनाफ़ बिन अब्दुल हमीद 48 साल , अब्दुल मुनाफ़ की पत्नी, अबूबक्र बिन अहमद 45 साल और इदरीस बिन मोहम्मद दीसा 48, पर पीरक़ (Perak Darul Rizuan) राज्य की धार्मिक अदालत में मुक़दमा चलाया जाएगा।
ध्यान दिये जाने योग्य बात है कि कुछ समय से मलेशिया के तमाम राज्यों में अहलेबैत (अ) के मानने वालों के विरुद्ध क़ानून को सख़्ती से लागू करने के लिए, तमाम शिया विरोधी फ़तवों और बजटों को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
मलेशिया के राष्ट्रपति के बेटे मोख़ीर महातीर मोहम्मद भी शिया विरोधी गतिविधियों से जुड़ गए हैं, और उन्होंने एलान किया है कि हर राज्य को धार्मिक स्थानों और आस्थाओ को मज़बूत करने के लिए बजन बनाना चाहिए ताकि शिया विरोधी क़ानून को बेहतर तरीक़े से लागू और जारी किया जा सके।
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