आले ख़लीफ़ाई सरकार के हाथों बीस साल के एक जवान की भयानक हत्या
करबाबाद कालोनी के रहने वाले बीस साल के बैहरैनी नौजवान "मोहम्मद अब्दुल जलील" को क्रांतिकारी गतिविधियों में समिलित होने के कारण आले ख़लीफ़ा के सैनिकों ने जानबूझ कर अपनी गाड़ी के नीचे कुचल कर मार डाला। और इस प्रकार यह नौजवान भी "सम्मान की क्रांति" का एक और शहीद बन गया।
टीवी शिया अबना के प्राप्त समाचार के अनुसार बैहरैन के "14 फ़रवरी युवा क्रांति संगठन" ने बुधवार को जारी अपने एक बयान में एलान किया है कि एक बैहरैन के सक्रिय क्रांतिकारी "अबदुल जलील यूसुफ़" के बेटे "मोहम्मद अबदुल जलीलठ जो कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के लिए सड़क को तैयार कर रहे थे, शहीद कर दिये गए हैं।
इस संगठन ने अपने बयान में कहा हैः मोहम्मद अबदुल जलील नामी बीस साल का जवान को जो कि करबाबाद का रहने वाला था क्रांतिकारी गतिविधियों के कारण आले ख़लीफ़ा के सैनिकों ने जानबूझ कर अपनी गाड़ी के लीचे कुचल कर शहीद कर दिया।
जब्कि आले ख़लीफ़ा के आंतरिक मंत्रालय ने कल ट्वीटर पर दिये गए अपने एक बयान में कहा था कि बीस साल के बैहरैनी नौजवान अब्दुल जलील की मौत का कारण अभी तक रहस्य है।
बैहरैन के आंतरिक मंत्रालय ने कहाः छानबीन से पता चला है कि इस जवान की मौत एक गाड़ी के एक पेड़ से टकराने और पेड़ के इस जवान पर गिरने से हुई है।
मोहम्मद और उनके पिता अब्दुल जलील यूसुफ़ बैहरैन में "मानवाधिकार संगठन" के मेम्बर थे और बैहरैन की क्रांति में सक्रिय गतिविधियां अंजाम दे रहे थे।
बैहरैन के लोगों ने दो साल से आले ख़लीफ़ा सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन और क्रांति कर रहे हैं।
बैहरैन के सुरक्षा बलों ने सऊदी अरब की सेना के साथ मिलकर लोगों की इस क्रांति को कुचने की कोशिश कर रहे हैं और इसमें अब तक सैकड़ों लोग मारे गए हैं या घायल हुए हैं और बहुतों को गिरफ़्तार किया गया है।
मानवाधिकार संगठनों की रिपोर्ट बताती हैं कि आले ख़लीफ़ा के कुछ विरोधियों ने भयानक यातनाएं दिये जाने के कारण अपनी जान गवाई हैं या शरीर के किसी अंग को खोया है, और इन प्रदर्शनों में शामिल बहुत सी औरतों का ज़हरीली गैस के छोड़े जाने के कारण गर्भपात हो चुका है।
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