बैहरैन में ख़लीफ़ाई सरकार ने क़ब्रिस्तान में बुलडोज़र चलाए
बहरैन में ख़लीफ़ाई सरकार जो कि 2011 से ही सऊदी सरकार और सऊदी फ़ौज के माध्यम से शान्तिपूर्ण रैलियाँ निकालने वालों को कुचल रही है और जिसने अब तक सैकड़ों लोगों को शहीद कर दिया, सैकड़ों मस्जिदें वीरान कर दी है। इस सरकार ने अपनी एक नई निंदात्मक कार्यवाही में एक क़ब्रिस्तान को अपना निशाना बनाया है।
प्राप्त समाचार के अनुसार गुरुवार (5 सितम्बर 2013) को ख़लीफ़ाई सरकार के सैनिकों ने बैहरैन के पश्चिम में "अबू सबीअ" नामी स्थान पर एक शिया क़ब्रिस्तान पर बुलडोज़र चलाए हैं और दीवारों को गिराने के बाद क़ब्रों को भी गिरा दिया है।
अबू सबीअ वह इलाक़ा है जो हुकूमत के विरुद्ध होने वालें मुज़ाहेरों का मह्तवपूर्ण केन्द्र रहा है और अब तक इस क्षेत्र के दसियों लोग सरकार के सैनिकों के हाथों शहीद हो चुके हैं और अधिकतर शहीदों को इसी कब्रिस्तान में तफ़नाया गया है।
ध्यान रहे कि यह घ्रणात्मक कार्यवाही सरकार की क्षत्रछाया में हुई है और संयुक्त राष्ट्र की ख़ामोंशी और पश्चिमी देशों का ख़लीफ़ाई सरकार को समर्थन बैहरैन में संकट और मानवाधिकार हनन को और भी बढ़ा रहा है।
14 फ़रवरी 2011 से बैहरैन में ख़लीफ़ाई सरकार के ख़िलाफ़ जनता ने क्रांति आरम्भ की थी और उसी समय से सरकार ने दूसरे देशों की फ़ौज और पश्चिम की सहायता से इसको दबाने की कोशिश जारी रखी है लेकिन वह अभी तक इस आवाज़ को दबा पाने में कामयाब नही हुए हैं। हर प्रकार का अत्याचार सहने के बाद भी बैहरैन की जनता शान्तिपूर्ण प्रदर्शन कर रही है और वह दिन ज़रूर आएगा जब उनका यह प्रदर्शन अपना रंग दिखाएगा और उनको इस अत्याचारी सकरार से आज़ादी मिलेगी क्योंकि
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