वहाबी आतंकियों ने चालीस दिन के बच्चे को भी नही बख़्शा
वहाबी आतंकियों ने चालीस दिन के बच्चे को भी नही बख़्शा
(ख़बर चैनल) "इराक़ और शाम में इस्लामी हुकूमत" नामी आतंकी सगठन ने यात्रियों से भरी बस जो कि तिरतूस से आ रही थी को रोक कर आग के हवाले कर दिया और जब इन आतंकियों के पता चला कि इसमें बैठे यात्री "रासुल ऍन" शहर के है तो उनका क़त्ले आम कर दिया बताया जा रहा है कि मरने वालों में एक चालीस दिन का नवजात शिशु भी था।
मारे गये लोगों के परिवार वालों ने बताया आतंकियों ने उनके जन्म स्थान का पता करने के बाद उनको भयानक यातनाएं दी और उनको मौत के घाट उतार दिया।
दूसरी तरफ़ दूसरे वहाबी आतंकी गिरोह "जिबहतुन नसरा" ने "मनाजीर" नामी गाँव के रहने वाले एक एक व्यक्ति को ख़ानाबदोश होने के कारण गला काट कर मार दिया।
रासुल ऍन के पास स्थित तिल तम्र नामी शहर में कुछ ख़ाना बदोशों ने एक गुट बनाया है जो इन आतंकियों से अपनी क़ौम को बचाने के लिए लड़ रहे हैं।
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