मिस्र में शिया समुदाय के कुछ लोगों का जनसंहार

मिस्र में शिया समुदाय के कुछ लोगों का जनसंहार
मिस्र में रविवार के दिन शिया समुदाय के कुछ लोग शिया धार्मिक गुरू शैख़ हसन शहाता के घर पर एक धार्मिक जश्न मनाने के लिए एकत्र हुऐ थे। वहाबियों ने शैख़ हसन शहाता के घर को घेर कर एकत्र हुऐ लोगों पर हमला करके शैख़ हसन शहाता सहित चार लोगों को शहीद कर दिया और उनके घर में आग लगा दी जिससे पूरा घर जल कर राख का ढ़ेर हो गया।
अहमद जासिम अलनफीस कहते हैं कि ‘’ वो घटना जो अबू मुस्लिम नामक गाँव में घटित हुई संप्रदायिकता को बढ़ावा देने वाली और एक विषेश समुदाय के विरूध षड़यन्त्र है ‘’ ।
उन्होंने जोर देकर कहा कि कि मिस्र के राष्ट्रपति " मोहम्मद मुरसी " को इस घटना के आरोपियों के विरूध कड़े से कड़ा क़दम उठाना होगा अगर वो ऐसा नही करते तो उनको अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय के सामने उत्तरदायी होना चाहिये।
मिस्र की अल-दस्तूर पार्टी प्रमुख और राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा पार्टी के समन्वयक "मोहम्मद अलबरदाई" ने कहा कि यह घटना धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण का परिणाम है।
उन्होंने यह भी कहा कि हम इससे पहले कि अपनी मानवता को खो दें राजनीतिक व्यवस्था और अल-अजहर विश्वविद्यालय को इसके विरूध कार्रवाई करनी चाहिये।
जमीयते आलुल बैत के संस्थापक ‘’मोहम्मद अलदुरैनी’’ ने कहा कि मिस्र में शिया मुसलमानों की हत्या और अत्याचार का होना साम्प्रदायिक दंगों का आरम्भ है।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम ब्रदरहुड और मोहम्मद मुर्सी इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं, जबकि सरकार ने देश में होने वाली इन घटनाओं पर अपनी आंखें बंद कर रखी हैं।

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